सर्दियों में भाप देती है बंद नाक से राहत

 सर्दी जुकाम में भाप लेना एक पुरानी और बेहद प्रभावी घरेलू उपाय है। इससे नाक, गले की समस्या में राहत मिलती है।

सर्दियों में अक्सर नाक बंद हो जाती है। गला बैठ जाता है और सीने में बलगम जम जाता है। सांस लेने में दिक्कत होने लगती है और सिर में दर्द होने लगता है। काफी लोगों के साथ ऐसा होता है। इस स्थिति में भाप बेहद कारगर साबित हो सकती है। भाप लेने से नाक की बंद नसें खुल जाती हैं और बलगम पतला हो जाता है, जिससे आसानी से सांस ली जा सकती है।

भाप

बलगम पतला होने पर आसानी से बाहर आ जाता है, जिससे फेफड़ों और गले को राहत मिलती है। भाप नाक के भीतर की सूजन को कम करती है और गरम हवा को साइनस तक पहुंचाती है, जिससे साइनस की जकड़न और दर्द में राहत मिलती है। साइनस में जमा बैक्टीरिया या वायरस को बाहर निकालने में भाप सहायक होती है। यह गले की सूजन कम कर नमी बनाए रखती है। भाप से लगातार खांसने से होने वाली जलन से राहत मिलती है। इससे नाक और गला जाम होने की वजह से होने वाले सिरदर्द से राहत मिलती है। भाप लेने से किसी प्रकार का नुकसान भी नहीं होता है। कुछ लोग गरम पानी में कुछ सामग्री भी मिलाते हैं। उसको शरीर की प्रकृति के अनुसार ही लें।

विशेषज्ञ की सलाह ---

नाक-गला जाम होने पर दिन में 2 से 3 बार 5-10 मिनट तक भाप ले सकते हैं। पानी अत्यधिक गरम न करें। इससे जलने का डर रहता है और भाप लेने के तुरंत बाद ठंडी हवा में न जाएं। -(डॉ यतेंद्र सिंह- वरिष्ठ चिकित्सक)

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